सूरज पहले जितनी गर्मी देता था, वो अभी भी उतनी ही गर्मी देता है. सूरज पहले जितनी गर्मी देता था, वो अभी भी उतनी ही गर्मी देता है.
आयेगा कैसे सत मानवता आज की आवश्यकता। आयेगा कैसे सत मानवता आज की आवश्यकता।
मुड़ मुड़ मुझसे आंख मिलाया तुम संग होली पहली होली। मुड़ मुड़ मुझसे आंख मिलाया तुम संग होली पहली होली।
प्यार की दुनिया का एक वही रचेता, जिसके चाहे गम और जिसको चाहे खुशियाँ दे दे प्यार की दुनिया का एक वही रचेता, जिसके चाहे गम और जिसको चाहे खुशियाँ ...
अपनेपन का जहां एक प्यारा सा समां हो अपनेपन का जहां एक प्यारा सा समां हो
ख्याल अपना-अपना पाने से ज्यादा मज़ा देने में है। ख्याल अपना-अपना पाने से ज्यादा मज़ा देने में है।